- अंतहीन चुनौतियां या संभावनाओं के खुलते द्वार !
- अंजलि सिन्हा
महामारी ने कई अन्य बातों के अलावा एक पुराने ही शब्द ने हम सभी के जीवन में एक
गहरी पैठ बना ली है,
घर से काम कीजिए, वर्क फा्रॅम होम!
जब आप घर बैठे दफ्तर का काम कर सकते हैं तो इससे बढ़िया क्या हो सकता है - न यात्रा
का झंझट, ना यात्रा खर्च का ना ही कपड़ों की विविधता बनाए रखने की चिन्ता
आदि-आदि और घर ग्रहस्थी भी साथ-साथ निभा ली जाए।